शाबर मंत्र :-
ॐ नमो बजर का कोठा,
जिस पर पिंड हमारा पेठा।
ईश्वर कुंजी ब्रह्म का ताला,
हमारे आठो आमो का जती
हनुमंत रखवाला।
।। जय हनुमान ।।
वशीकरण प्रयोग अत्याधिक महत्वपूर्ण है, इसे तंत्र के द्वारा और मंत्र के द्वारा भी सम्पन्न किया जाता है, यो तो तंत्र मंत्र के
ग्रन्थो मे वशीकरण से सम्बन्धित सैकडो प्रयोग है, लेकिन नाथ सांप्रदाय के पास जो वशीकरण प्रयोग है वे बन्दूक की गोली से भी तीव्र प्रभाव करने वाले और अचुक होते है , प्रयोग करते ही उसका परिणाम प्रप्त हो जाता है.
शुक्रवार की रात 9 बजे हनुमान मंदिर जाकर हनुमान जी के चरणो मे सुखा हुआ सिंदूर चढाये और एक नारियल रख कर अपने दिल की भावनाये हनुमान जी को बताये.दूसरे दिन शनिवार रात ठिक उसी हनुमान मंदिर जाकर जहा आपने सिंदूर चढाया था वही का कोई भी सिंदूर उठाकर अपने घर ले आये.इस क्रिया मे किसी भी व्यक्ति का रोक-टोक नही होना चाहिये अब घर आने के बाद लाल कपडे पर हनुमान जी का चित्र स्थापित करे और हनुमान चालिसा का एक पाठ करे ताकी हनुमत कृपा प्राप्त हो
हनुमान मोहिनी मंत्र:-
ll ओम नमो महावीर,हनुमन्त वीर l धाय-धाय चलो,अपनी मोहिनी चलाओ,अमुक के नैन बाँध,मन बाँध,काया बाँध,घर बाँध,द्वार बाँध मेरे लिये,ना बाँधे तो मेरी आण-मेरे गुरू की आण,छु वाचापुरी ll
मंत्र से कार्य तो होता है परंतु जिनके जीवन मे कोई गुरू ना हो तो उनके लिये मंत्र का कोई असर नही होगा
बंगाली वशीकरण मंत्र
बंगाली तंत्रिकों के लिए कामरूप कामाख्या तंत्र सिद्धि का विशेष स्थान है| इसलिए अनेक मंत्रो में कामाख्या देवी को ही संबोधित किया जाता है| मान्यता है कि कामख्या देवी अत्यंत उग्र है| यदि इनकी साधना निष्ठापूर्वक किया जाए तो प्रयास निष्फल नहीं जाता| बंगाली तांत्रिक वशीकरण के लिए भी कामख्या देवी की आराधना ही श्रेष्ठ मानते हैं –
ओम नमो कामाख्या देव्यै अमुक मां वश्य कुरु स्वाहा:
उक्त मंत्र का जाप एकांत में रात्रि के समय प्रारम्भ करें| इसे शुरू करने से पूर्व अपने सम्मुख कामाख्या देवी का विग्रह अथवा चित्र रखें| पंचोपचार पूजन करें| हाथ में जल लेकर अपना नाम गोत्र आदि बोलते हुए तथा अपनी मनोकामना व्यक्त करते हुए सवा लाख जाप का संकल्प करें| दिशा शोधन, कर न्यास, अंग न्यास, कवच आदि पाठ करने के बाद देवी के मनोरम रूप का ध्यान करे| तत्पश्चात प्रतिदिन जाप करें तथा सवा महीने में पूर्ण कर लें| जप के दौरान जिसका वशीकरण करना है उसका चित्र रखें| चित्र न हो तो लाल कलाम से उसका नाम लिखकर गोला बनाकर घेर दें| यदि प्रतिदिन ऐसा करना संभव न हो तो प्रथम दिन तथा जाप समाप्ति दिन अवश्य करें| बीच के दिनों में दुर्गा सप्तशती में वर्णित कवच पाठ कर लें| सवा लाख जाप पूर्ण होने के उपरांत 108 आहुतियाँ डालें| इसके बाद यह मंत्र सिद्ध हो जाएगा| पूजा में उपयोग किए गए प्रसाद, पुष्प, जल आदि को संभाल कर रखें| जिसका वशीकरण करना हो उसका नाम लेते हुए 11 बार इस मंत्र का जाप करें तथा प्रसाद खिला दें, अथवा जल उसके ऊपर छिड़क दें अथवा फूल उसके किताब में छुपाकर रख दें| वह वशीभूत हो जाएगा/जाएगी|
बंगाली जादू मंत्र
कहते हैं बंगाल की हर लड़की को पुराने जमाने में परवरिश के दौरान गृहकार्य के साथ-साथ वशीकरण का कुछ तरीका या टोटका बताया जाता है| दरअसल बंगाल के अधिकांश लोग दक्षिण काली की आराधना करते हैं| इनमे स्त्री-पुरुष दोनो शामिल होते हैं| परंतु स्त्रियाँ कुशल गृहणी होने के अलावा पति को वश में रखने का उपाय भी जानती थी| जबकि यहाँ स्त्री-पुरुष दोनों को वश में रखने का मंत्र तथा टोने-टोटके प्रचलित हैं|
दक्षिण काली की आराधना के लिए प्रसिद्ध मंत्र है –ओम क्रीं क्री दक्षिण कालियै नमः जो स्त्री-पुरुष नियमित रूप से इस मंत्र का जाप करते हैं तथा काली की आराधना करते हैं उनके लिए कुछ भी असंभव नहीं है| परंतु यहाँ स्त्रियॉं को वश में करने के लिए भी कुछ शाबर मंत्र प्रचिलित हैं| इनका प्रारम्भ बंगाल से ही हुआ, परंतु देश के अलग-अलग प्रान्तों में पहुँचते ही इसका स्वरूप बदल गया|
वह मंत्र है –
काली घाटे देवी काली/पतित-पावनी देवी काली/जावा फूले स्थूरी जले।
सयी जवा फूल में सीया बेड़ाय/देवीर अनूरबल। ओहि होत करिवजा होयबे ।
काली धर्मेर/ बले कहार आज्ञे राठे। कालिका चण्डीर आशे|
यह एक चमत्कारी शाबर मंत्र है| मनोकामना मन में रखकर तीन बार इस मंत्र का जाप करें तथा फूँक मारे| इससे हर अभीष्ट की सिद्धि होती है| इस मंत्र की सहायता धन लाभ, से लेकर वशीकरण तक किया जा सकता है|
बंगाली टोटके
१- आपके व्यापार में धन वृद्धि हो कार्य में सफलता हो घर में धन की वर्षा हो इसके लिए किसी मध्य रात्रि को उठ कर मिट्टी से 108 छोटी-छोटी गोलिया बना लें और अपने घर के पास कहीं जहां कुआं हो, उस कुए पर अपना दाएं पैर लटकाकर बैठ जाए और मंत्र जपते हुए एक एक गोली उस कुएं में डालते रहें या टोटका आपको 11 दिन करना होगा आपको धन प्राप्ति होगी घर में सुख समृद्धि की बढ़ोतरी होगी सभी कार्य संपन्न होंगे सुख शांति व्यापार में सफलता होने लगेगी।
मंत्र –
ॐ नमः कर घोरः रुपिणि स्वहः
२- आपके घर की आर्थिक स्थिति कमजोर है उसको सुधारने के लिए एक लोहे के पात्र में जल लेकर उसमें चीनी और दूध मिलाकर रोज रात्री में पीपल के पेड़ की जड़ में जल अर्पित करें साथ में लक्ष्मी जी की का ध्यान करते रहें यह क्रिया आपको निरंतर 21 दिन करनी है ,आपकी आर्थिक स्थिति सुधर जाएगी घर में धन वर्षा होने लगेगी।
३- धन प्राप्ति के लिए दीपावली के दिन प्रातः काल उठकर बिना स्नान किए जूठे मुंह एक नारियल लेकर किसी नदी या तालाब के पास जाकर उस नारियल को किसी पत्थर से बांधकर नदी में डूबा दे और प्रार्थना करें कि मैं शाम को लक्ष्मी जी के साथ आपको लेने आऊंगा और शाम को जा कर उस नारियल को निकाल ले उसे घर लाकर विधि पूर्वक पूजा करके जहां धन रखते हो वहां स्थापित कर दे आपको अचानक धन की प्राप्ति होगी एवं सभी समस्याएं समाप्त हो जाएंगी ।
४- घर में धन वृद्धि के लिए धन प्राप्ति के लिए लक्ष्मी जी के यंत्र के साथ 108 बार मंत्रों का जाप रोज विधिपूर्वक करना चाहिए या आपको तीन माह करना होगा आपको धन प्राप्ति होगी
मंत्र-
श्रीं ह्रीं क्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यः नम:
५- दिवाली के दिन आप को मध्य रात्रि में यह साधना प्रारंभ करनी है और 22 दिन नित्य आप को माला जप कर महालक्ष्मी को प्रसन्न करना है यदि दिवाली का समय ना हो तो यह साधना आप को किसी शनिवार या रविवार को प्रारंभ करनी होगा इस साधना को करते हुए आप को लाल वस्त्र धारण करने होंगे सुबह प्रात काल स्नान कर स्वच्छ हो वस्त्र धारण कर मां लक्ष्मी की स्तुति करनी होगी और 21 माला निरंतर मंत्रों का जप करना होगा जिस कारण लक्ष्मी प्रसन्न हो जाएगी और आपको धन ऐश्वर्य विद्या प्रदान करेगी आपकी धन से संबंधित समस्याएं समाप्त हो जायेगी एवं आपके सभी कार्य पूर्ण हो जाएंगे।
मंत्र-
१-ॐ नमोहः पदमावतिहः एद्मालये लक्ष्मीदायिनी वांछाभूहः प्रेतः बिन्ध्यवासिनी सर्व शत्रु संहारिणी दुर्जन मोहिनी ऋद्धि-सिद्ध वृद्धि कुरू कुरू स्वाहः
२-ॐ क्लीं श्रीं पद्मावत्यै नम:
टोटके-
१- घर में सुख शांति के लिए जब भी आप आटा पिसाये शनिवार को ही पिसाये है एवं उसमें 100 ग्राम काले चने डाल दे ।
२- किसी भी काले जादू से बचने के लिए शनिवार को खाने में काला चना अवश्य ले आपको अवश्य लाभ होगा।
३- धन प्राप्ति के लिए और धन संचय के लिए आपको प्रत्येक शनिवार कड़वे तेल को रोटी में लगाकर किसी काले कुत्ते को खिलाने से लाभ होता है ।
४- धन की कमी को रोकने के लिए शाम के समय पढ़ना ,सोना ,भोजन नहीं करना चाहिए एवं सोने से पूर्व पैरों को ठंडे पैर पानी से धोना चाहिए धन का धन की कमी समाप्त हो जाती है ।
५-आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए रात्रि में चावल दही एवं सित्तु का सेवन नहीं करना चाहिए इनके सेवन से व्यक्ति को आर्थिक संकट घेरते हैं
६- घर में शांति बनाए रखने के लिए जब भी भोजन करें सदैव पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करके ही करें जहां तक हो सके रसोईघर में बैठकर ही करें इससे घर में भोजन की कमी नहीं होती ग्रह शांति होती है ।
७- सुबह उठकर बिना कुल्ला किए जाए या पानी नहीं पीना चाहिए ना ही गो ब्राह्मण अग्नि का स्पर्श करना चाहिए जिससे धन की हानि होती है ।
८- देवी देवताओं पर चढे फूल को घर में रखकर अलमारी में रखना चाहिए धन की कमी नहीं रहती
९- घर में पवित्र नदियों का जल ईशान कोण में रखना चाहिए इससे धन का लाभ होता है।
१०- रविवार के दिन पुष्प नक्षत्र में घर में गूलर की जड़ स्थापित करें और धूप-दीप करके रख ले एवं स्वर्ण ताबीज में लेकर गले में धारण कर लें आपके घर में सुख शांति धन ऐश्वर्य विद्या प्राप्त होगी ।
११- किसी कार्य को सिद्ध करने के लिए जब भी जाए हाथ में रोटी ले ले और हमे कव्वे और गाय को खिलाएं इससे आपके कार्यों में सफलता प्राप्त होगी हर कार्य सिद्ध होगा ।
१२-यदि किसी कार्य को करने जा रहे हैं तो नींबू एक नींबू ले लें उस पर चार लौंग गाड़ दें और हनुमान जी का मंत्र जपते हुए कार्य के पूर्ण होने की बात करें प्रार्थना करें कार्य सिद्ध होगा ।
१- उल्लू का प्रयोग लोगों की मति भ्रम करने में किया जाता है जनता इसके लिए उल्लू की बलि देने के बाद उसके में सूखे माँस जिस व्यक्ति को भी खिला दिया जाता है वह भ्रमित हो जाता है और उसकी सोचने समझने की छमता समाप्त हो जाती है
२- उल्लू की रीड की हड्डी को केसर कस्तूरी कुमकुम के साथ भेजकर मिलाकर तिलक लगाने से व्यक्ति के अंदर सम्मोहन शक्ति उत्पन्न हो जाती है और वह किसी भी व्यक्ति को अपने वश में कर सकता है
३- कौआ और उल्लू की विष्ठा को एक साथ मिलाकर गुलाबजल में घुट कर उससे तिलक जो भी व्यक्ति करता है उसके अंदर सम्मोहन शक्ति उत्पन्न हो जाती है और वह व्यक्ति जिसके सम्मुख जाता है वह वह उसके वश में हो जाता है ।
४- यदि किसी के घर में गृह कलह करानी हो या उसके घर की शांति को भंग करना हो तो तो उल्लू के पंख को लेकर उसमें मंत्र लिखकर इस मंत्र को 100 बार जप कर आप जिस भी घर में फेंक देंगे उस घर में कलह प्रारंभ हो जाएगी और आपका शत्रु हमेशा परेशान रहेगा ।
मंत्र – ॐ उल्लिकानः विदेशयः फट स्वाहः
५- धन प्राप्ति के लिए दिवाली के दिन उल्लू की तस्वीर लाकर उसको लक्ष्मी जी के पास स्थापित कर दें और उसकी विधि विधान से पूजा करें और पूजा के पश्चात उल्लू की प्रतिमा को अपनी तिजोरी या जहां पर आप धन रखते हो वहां रख दे आप के धन में असीम बढ़ोतरी होगी एवं आप आर्थिक रुप से मजबूत होंगे ।
६- यदि आपको पति पत्नी के मध्य प्रेम को प्रगाढ़ करना है क्योंकि हर विवाहिता चाहती है कि उसका पति केवल उस पर ही अपना सर्वस्व निछावर कर दें इसके लिए आपको दिवाली के दिन पूजा के बाद उल्लू के नाखून को सिंदूर के साथ एक लाल कपड़े में लपेटकर अपने बाह में बांध ले या उसको अपने सिंगारदान में यह जहां आप अपने सिंगार की वस्तुएं रखते हो वहां रख दें आप पाएंगे कि आपके पति का आकर्षण आपके प्रति बढ़ा है और पारिवारिक मतभेद समाप्त हो जाएंगे रिश्ते में स्थिरता और मजबूती आएगी ।
७- यदि आपको आपका शत्रु परेशान कर रहा हो या आपको अपने शत्रु को परास्त करना हो तो उल्लू की विष्ठा को पान में रखकर अपने शत्रु को खिला देना चाहिए ऐसा करने से आपका शत्रु परास्त हो जाएगा और आपके समर्पण आत्मसमर्पण कर लेगा ।
तंत्र प्रयोग –
१-यदि आपके घर में किसी भी प्रकार की बाधा है यह घर में कोई भूत प्रेत से पीड़ित हो तो उसको दूर करने के लिए आपको दीपावली के दिन जिस मूर्ति में लक्ष्मी जी उल्लू पर बैठी हो उस मूर्ति को लाकर पूजा स्थल पर स्थापित करना चाहिए और रात्रि में पूजा के समय लक्ष्मी जी की प्रतिमा के समक्ष लाल चंदन की माला से 1000 मंत्रों को जपना चाहिए इन मंत्रों का जप करने से आपके घर की समस्त बाधाएं समाप्त हो जाएंगी एवं घर में सुख सुविधा ऐश्वर्य विद्या वास होगा
मंत्र –
ॐ नमोह् कालरात्रियः सर्वभूतः बाधाये किया कराय नजर ढीठ पलायनः कुरु कुरु हूं फट स्वाहः
२- यदि आपका बुरा समय चल रहा है और इस दुर्भाग्य के कारण आपका कोई कार्य नहीं हो पा रहा है जिस कारण आप हताश-निराश और जीवन से दुखी हो गए हैं इसके लिए आपको सर्वप्रथम किसी नदी में स्नान कर स्वच्छ होकर उसी नदी के किनारे रक ऊन के आसन पर बैठ जाएं और अपने सामने उल्लू पर बैठी लक्ष्मी जी की प्रतिमा स्थापित करें और कमलगट्टे की माला से महालक्ष्मी के मंत्रों बाराह सौ बार जप करे धीरे-धीरे आप देखेंगे कि आपका दुर्भाग्य सौभाग्य में बदल गया है आपको धन की प्राप्ति ऐश्वर्य की प्राप्ति होगी आप के समस्त कार्य सिद्ध होंगे
मंत्र –
ॐ नमोहः उल्लुकवाहिनी विष्णु प्रियः भगवती लक्ष्मी दए ममः दुर्भाग्यनाशायः नाशायः सौभाग्यः वृद्धि कुरु कुरु स्वाहः
लड़की पटाने का बीज मंत्र
लड़की को पटाने के लिए उसका अपने प्रति आकर्षण बढ़ाने का एक बहुत कारगर परिणाम देने वाला बीजमंत्र इस प्रकार हैः- ऊँ क्लींे नमः!!
इस मंत्र का प्रयोग लड़की को वशीभूत करने और उसका सम्मोहन प्राप्त करने के लिए उपयोगी है, तो यह मंत्र आकर्षण शक्ति को तीब्र बना सकता है। मंत्रः ऊँ क्लीं कृष्णाय गोपीलन वल्लभाय स्वाहाः!
लड़की पटाने का काला जादू से उपाय
किसी लड़की के दिल में अपने प्रति प्रेम की अगन लगाने और उसे अपना बनाने के लिए काला जादू के कुछ उपाय बहुत ही कारगर हो सकते हैं। ये उपाय तंत्र-मंत्र और टोना-टोटके से संबंधित हैं। तंत्र मंत्र की समूह वाले काला जादू से इच्छित परिणाम पाए जा सकते हैं, तो इसके प्रयोग से किसी लड़की को आसानी से अपने वश में किया जा सकता है। इसके लिए जाप किया जाने वाला तांत्रिक मंत्र इस प्रकार हैः-
ऐं पिन्स्थां क्लीं काम-पिशाचिनी शिघ्रं अमुक ग्राह्य ग्राह्य
कामेन मम रुपेण वश्वैः विदारय विदारय, द्रावय, द्रावय,
प्रेम पाशे बंधय बंधय,
ऊँ श्रीं फट्!!
इस मंत्र को तांत्रिक द्वारा बताए गए निर्देशानुसार शुभ मुहूर्त में 21000 बार जाप कर सिद्ध किया जाता है। मंत्र सिद्धि के बाद अमुक शब्द के स्थान पर प्रेमिका का नाम लेते हुए मंत्र का प्रयोग किया जाता है। इससे कुछ समय मंे ही लड़की का आकर्षण या कहें सम्मोहन बढ़ जाता है।
वशीकरण के मंत्र
प्रेमिका के वशीकरण के लिए कामदेव का मंत्र बहुत ही अचूक प्रभाव देता है। वह मंत्र हैः
ऊँ नमः काम-देवाय।
सहकल सहद्रश सहमसह लिए वन्हें धुनन जनममदर्शनं उत्कण्ठितं कुरु कुरु,
दक्ष दक्षु-धर कुसुम-वाणेन हन हन स्वाहा!
इस मंत्र को तीनों काल में एक-एक माला अर्थात 108 बार जाप करने से सकारात्मक परिणाम मिलते हैं। इसे सिद्ध करने के लिए कामदेव की विधिवत पूजा-आराधना करते हुए एक माह तक जाप किया जाता है। मंत्र की सिद्धि हो जाने के बाद जिस किसी को देखकर इसका जाप किया जाए वह वश में आ जाता है। यह प्रयोग रूठी प्रेमिका को मनाने या प्रेमिका को सादा के लिए अपना बनाने के क्रम में अच्छा परिणाम दे सकता है।
प्रेमिका को वशीभूत करने का एक अन्य प्रेमी-प्रेमिका वशीकरण मंत्र इस प्रकार हैः-
कामाख्या देश कामाख्या देवी,
जहां बसे इस्माइल जोगी,
इस्माइल जोगी ने लगाई फुलवारी,
फूल तोड़े लाना चमारी,
जे इस फूल को सूंघे बास,
तिस का मन रहे हमारे पास,
महल छोड़े, घर छोड़े, आंगन छोड़े,
लेक कुटुम्बह की लाज छोड़े,
दुआई लोना चमारी की,
घनवंतोरि की दुहाई फिरै।
इस मंत्र का जाप शनिवार की प्रातःकाल में शुरू करते हुए कुल 31 दिनों तक नित्य 1144 जाप किया जाए तो प्रेमिका को पटाने या कहें पाने का लाभ मिलता है। लोबान, दीप ओर शराब के साथ किए गए विधिवत अनुष्ठान के बाद किसी फूल को मंत्र द्वारा 50 बार अभिमंत्रित कर प्रेमिका को दे दी जाए तो वह उसे सूंघने के साथ ही वश में आ जाएगी। ध्यान रहे इस मंत्र की सिद्धि किसी योग्य तांत्रिक के सानिध्य में करना चाहिए।
लड़की पटाने का वशीकरण मंत्र
नीचे दिए गए वशीकरण मंत्र की सिद्धि के बाद किसी भी वस्तु को अभिमंत्रित किया जा सकता है। यदि वह वस्तु उपहार स्वरूप प्रेमिका को भेंट की जाए तो वह असानी से पट जाएगी। इस सिद्धि के लिए शुभ दिन या शुभ लग्न में सूर्योदय के ठीक बाद उत्तर दिशा की ओर मुंह कर मंूगे की माल से मंत्र का जाप शुरू करते हुए 31 दिनों तक तीन माला का जाप करें। इसके बाद सिद्ध मंत्र से उपहार की वस्तु को मंत्र के 21 बार जाप से अभिमंत्रित कर लें। मंत्र में दिए गए अमुक शब्द के स्थान पर प्रेमिका का नाम उच्चारित करें।
मंत्रः ऊँ नमो भस्कराय त्रिलोकात्मने अमुक महीपति में वश्यं कुरु कुरु स्वाहा!
लड़की पटाने का टोना-टोटका
प्रेमिका को पटाने के कुछ टोटेके भी अपनाए जा सकते हैं, जो सामान्य तिलक से लेकर विभिन्न वस्तुओं के उपायोग और अल्प समय में किया जाने वाला अनुष्ठान से संबंधित हो सकते हैं। वे इस प्रकार हैंः-
Publish Date:Mon, 09 Jan 2017 02:47 PM (IST) | Updated Date:Tue, 10 Jan 2017 10:57 AM (IST)
शाबर मंत्र अत्यधिक शक्तिशाली होते है और बहुत जल्द ही परिणाम लाते हैं। ऐसा माना जाता है की शाबर मंत्र गुरु गोरखनाथ जी और नवनाथ चौरासी सिद्धों ने लिखे थे। यह मंत्र आमतौर पर ग्रामीण भारतीय भाषाओं में हैं. हालांकि ये मंत्र हिंदू धर्म में ही नहीं बल्कि इस्लाम में और अन्य धर्मों में भी हैं। लेकिन ये बात भी सच है कि इन मंत्रों को सबसे पहले गुरु गोरखनाथ जी ने लिखा था। हनुमान शाबर मंत्र एक तरह का वशीकरण मंत्र होता है।शाबर मंत्रों से किसी भी व्यक्ति को उन्हें उपयोग में लेने से पहले सिद्धि हासिल करने के जरुरत नहीं होती है क्योंकि वे पहले से ही सिद्ध मंत्र हैं।
सभी शाबर वशीकरण मंत्र अपने सपनों को पूरा करने के लिए या किसी उद्देश्य को पूर्ण करने के लिए सीधे किसी पर नियंत्रण रखने के उपयोग में लाये जाते हैं। शाबर वशीकरण मंत्र विशेषज्ञ अपनी इच्छा के अनुसार आप के लिए शाबर मंत्र प्रदान कर सकता है। हनुमान मंत्र और शाबर मंत्र, दोनों का ही प्रयोग वशीकरण के लिए किया जाता हैं। हनुमान मंत्र और शाबर मंत्र दोनों ही बहुत शक्तिशाली है। दोनों मंत्रों में केवल एक ही अंतर है, कि हनुमान मंत्र साधने के लिए सिद्धि करना जरुरी है पर शाबर वशीकरण मंत्र के लिए सिद्धि करना जरुरी नहीं हैं।
हुनमानजी , भगवान शिव का अवतार हैं। भगवान हनुमान के रूप में तेजी है जैसी तेजी हमारे मन में होती है क्यूंकि उनकी गति वायु देव की तरह हैं। भगवान हनुमान का अपनी इन्द्रियों पर पूरा नियंत्रण है जैसे वायु देव का। भगवान हनुमान बंदरों की सेना के महानायक हैं। वे भगवान राम के दूत के रूप में विख्यात हैं। वे अतुलनीय शक्ति का भंडार है। वे राक्षसों की ताकतों का नाश करते है और सभी खतरों से मुक्त करवाते हैं। शाबर हनुमान मंत्र दुश्मनों के द्वारा फैलाई गयी नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने की क्षमता रखता है।
हनुमान शाबर मंत्र का जाप करने के लिए काला कपड़ा पहनकर शुक्रवार से शुरुआत करें। इस मंत्र की माला लें और उस माला का 5 बार जाप करें लगातार 5 दिन तक। साधना के अंत में भगवान हनुमान की पूजा और माला के लिए एक गढ्ढा खोदें और जमीन में ये माला डाल दें.
हनुमान शाबर मन्त्र
हनुमान जाग.---- किलकारी मार.---- तू हुंकारे.---- राम काज सँवारे.---- ओढ़ सिंदूर सीता मैया का.---- तू प्रहरी राम द्वारे.---- मैं बुलाऊँ , तु अब आ.---- राम गीत तु गाता आ.---- नहीं आये तो हनुमाना.---- श्री राम जी ओर सीता मैया कि दुहाई.---- शब्द साँचा.---- पिंड कांचा.---- फुरो मन्त्र ईश्वरोवाचा.----
शाबर मंत्र :-
ॐ नमो बजर का कोठा,
जिस पर पिंड हमारा पेठा।
ईश्वर कुंजी ब्रह्म का ताला,
हमारे आठो आमो का जती
हनुमंत रखवाला।
।। जय हनुमान ।।
वशीकरण प्रयोग अत्याधिक महत्वपूर्ण है, इसे तंत्र के द्वारा और मंत्र के द्वारा भी सम्पन्न किया जाता है, यो तो तंत्र मंत्र के
ग्रन्थो मे वशीकरण से सम्बन्धित सैकडो प्रयोग है, लेकिन नाथ सांप्रदाय के पास जो वशीकरण प्रयोग है वे बन्दूक की गोली से भी तीव्र प्रभाव करने वाले और अचुक होते है , प्रयोग करते ही उसका परिणाम प्रप्त हो जाता है.
शुक्रवार की रात 9 बजे हनुमान मंदिर जाकर हनुमान जी के चरणो मे सुखा हुआ सिंदूर चढाये और एक नारियल रख कर अपने दिल की भावनाये हनुमान जी को बताये.दूसरे दिन शनिवार रात ठिक उसी हनुमान मंदिर जाकर जहा आपने सिंदूर चढाया था वही का कोई भी सिंदूर उठाकर अपने घर ले आये.इस क्रिया मे किसी भी व्यक्ति का रोक-टोक नही होना चाहिये अब घर आने के बाद लाल कपडे पर हनुमान जी का चित्र स्थापित करे और हनुमान चालिसा का एक पाठ करे ताकी हनुमत कृपा प्राप्त हो
हनुमान मोहिनी मंत्र:-
ll ओम नमो महावीर,हनुमन्त वीर l धाय-धाय चलो,अपनी मोहिनी चलाओ,अमुक के नैन बाँध,मन बाँध,काया बाँध,घर बाँध,द्वार बाँध मेरे लिये,ना बाँधे तो मेरी आण-मेरे गुरू की आण,छु वाचापुरी ll
मंत्र से कार्य तो होता है परंतु जिनके जीवन मे कोई गुरू ना हो तो उनके लिये मंत्र का कोई असर नही होगा
इष्ट सिद्धि हेतु इष्टदेवता के ‘कुल्लुकादि मंत्रों’ का जप अत्यन्त आवश्यक हैं ।
अज्ञात्वा कुल्लुकामेतां जपते योऽधमः प्रिये ।
पञ्चत्वमाशु लभते सिद्धिहानिश्च जायते ।।
दश महाविद्याओं के कुल्लिकादि अलग-अलग हैं । काली के कुल्लुकादि इस प्रकार हैं -
कुल्लुका मंत्र -
क्रीं, हूं, स्त्रीं, ह्रीं, फट् यह पञ्चाक्षरी मंत्र हैं । मूलमंत्र से षडङ्ग-न्यास करके शिर में १२ बार कुल्लुका मंत्र का जप करें ।
सेतुः-
“ॐ” इस मंत्र को १२ बार हृदय में जपें । ब्राह्मण एवं क्षत्रियों का सेतु मंत्र “ॐ” हैं । वैश्यों के लिये “फट्” तथा शूद्रों के लिये “ह्रीं” सेतु मंत्र हैं । इसका १२ बार हृदय में जप करें ।
महासेतुः-
“क्रीं” इस महासेतु मंत्र को कण्ठ-स्थान में १२ बार जप करें ।
निर्वाण जपः-
मणिपूर-चक्र (नाभि) में - ॐ अं पश्चात् मूलमंत्र के बाद ऐं अं आं इं ईं ऋं ॠं लृं ॡं एं ऐं ओं औं अं अः कं खं गं घं ङ चं छं जं झं ञं टं ठं डं ढं णं तं थं दं धं नं पं फं बं भं मं यं रं लं वं शं षं सं हं ळं क्षं ॐ का जप करें । पश्चात् “क्लीं” बीज को स्वाधिष्ठान चक्र में १२ बार जप करें । इसके बाद “ॐ ऐं ह्रीं शऽरीं क्रीं रां रीं रुं रैं रौं रं रः रमल वरयूं राकिनी मां रक्ष रक्ष मम सर्वधातून् रक्ष रक्ष सर्वसत्व वशंकरि देवि ! आगच्छागच्छ इमां पूजां गृह्ण गृह्ण ऐं घोरे देवि ! ह्रीं सः परम घोरे घोर स्वरुपे एहि एहि नमश्चामुण्डे डरलकसहै श्री दक्षिण-कालिके देवि वरदे विद्ये ! इस मन्त्र का शिर में द्वादश बार जप करें । इसके बाद ‘महाकुण्डलिनी’ का ध्यान कर इष्टमंत्र का जप करना चाहिए । मंत्र सिद्धि के लिये मंत्र के दश संस्कार भी आवश्यक हैं ।
जननं जीवनं पश्चात् ताडनं बोधनं तथा ।
अथाभिषेको विमलीकरणाप्यायनं पुनः ।
तर्पणं दीपनं गुप्तिर्दशैताः मंत्र संस्क्रियाः ।।
ॐ नमो बजर का कोठा,
जिस पर पिंड हमारा पेठा।
ईश्वर कुंजी ब्रह्म का ताला,
हमारे आठो आमो का जती
हनुमंत रखवाला।
।। जय हनुमान ।।
वशीकरण प्रयोग अत्याधिक महत्वपूर्ण है, इसे तंत्र के द्वारा और मंत्र के द्वारा भी सम्पन्न किया जाता है, यो तो तंत्र मंत्र के
ग्रन्थो मे वशीकरण से सम्बन्धित सैकडो प्रयोग है, लेकिन नाथ सांप्रदाय के पास जो वशीकरण प्रयोग है वे बन्दूक की गोली से भी तीव्र प्रभाव करने वाले और अचुक होते है , प्रयोग करते ही उसका परिणाम प्रप्त हो जाता है.
शुक्रवार की रात 9 बजे हनुमान मंदिर जाकर हनुमान जी के चरणो मे सुखा हुआ सिंदूर चढाये और एक नारियल रख कर अपने दिल की भावनाये हनुमान जी को बताये.दूसरे दिन शनिवार रात ठिक उसी हनुमान मंदिर जाकर जहा आपने सिंदूर चढाया था वही का कोई भी सिंदूर उठाकर अपने घर ले आये.इस क्रिया मे किसी भी व्यक्ति का रोक-टोक नही होना चाहिये अब घर आने के बाद लाल कपडे पर हनुमान जी का चित्र स्थापित करे और हनुमान चालिसा का एक पाठ करे ताकी हनुमत कृपा प्राप्त हो
हनुमान मोहिनी मंत्र:-
ll ओम नमो महावीर,हनुमन्त वीर l धाय-धाय चलो,अपनी मोहिनी चलाओ,अमुक के नैन बाँध,मन बाँध,काया बाँध,घर बाँध,द्वार बाँध मेरे लिये,ना बाँधे तो मेरी आण-मेरे गुरू की आण,छु वाचापुरी ll
मंत्र से कार्य तो होता है परंतु जिनके जीवन मे कोई गुरू ना हो तो उनके लिये मंत्र का कोई असर नही होगा
बंगाली वशीकरण मंत्र
बंगाली तंत्रिकों के लिए कामरूप कामाख्या तंत्र सिद्धि का विशेष स्थान है| इसलिए अनेक मंत्रो में कामाख्या देवी को ही संबोधित किया जाता है| मान्यता है कि कामख्या देवी अत्यंत उग्र है| यदि इनकी साधना निष्ठापूर्वक किया जाए तो प्रयास निष्फल नहीं जाता| बंगाली तांत्रिक वशीकरण के लिए भी कामख्या देवी की आराधना ही श्रेष्ठ मानते हैं –
ओम नमो कामाख्या देव्यै अमुक मां वश्य कुरु स्वाहा:
उक्त मंत्र का जाप एकांत में रात्रि के समय प्रारम्भ करें| इसे शुरू करने से पूर्व अपने सम्मुख कामाख्या देवी का विग्रह अथवा चित्र रखें| पंचोपचार पूजन करें| हाथ में जल लेकर अपना नाम गोत्र आदि बोलते हुए तथा अपनी मनोकामना व्यक्त करते हुए सवा लाख जाप का संकल्प करें| दिशा शोधन, कर न्यास, अंग न्यास, कवच आदि पाठ करने के बाद देवी के मनोरम रूप का ध्यान करे| तत्पश्चात प्रतिदिन जाप करें तथा सवा महीने में पूर्ण कर लें| जप के दौरान जिसका वशीकरण करना है उसका चित्र रखें| चित्र न हो तो लाल कलाम से उसका नाम लिखकर गोला बनाकर घेर दें| यदि प्रतिदिन ऐसा करना संभव न हो तो प्रथम दिन तथा जाप समाप्ति दिन अवश्य करें| बीच के दिनों में दुर्गा सप्तशती में वर्णित कवच पाठ कर लें| सवा लाख जाप पूर्ण होने के उपरांत 108 आहुतियाँ डालें| इसके बाद यह मंत्र सिद्ध हो जाएगा| पूजा में उपयोग किए गए प्रसाद, पुष्प, जल आदि को संभाल कर रखें| जिसका वशीकरण करना हो उसका नाम लेते हुए 11 बार इस मंत्र का जाप करें तथा प्रसाद खिला दें, अथवा जल उसके ऊपर छिड़क दें अथवा फूल उसके किताब में छुपाकर रख दें| वह वशीभूत हो जाएगा/जाएगी|
बंगाली जादू मंत्र
कहते हैं बंगाल की हर लड़की को पुराने जमाने में परवरिश के दौरान गृहकार्य के साथ-साथ वशीकरण का कुछ तरीका या टोटका बताया जाता है| दरअसल बंगाल के अधिकांश लोग दक्षिण काली की आराधना करते हैं| इनमे स्त्री-पुरुष दोनो शामिल होते हैं| परंतु स्त्रियाँ कुशल गृहणी होने के अलावा पति को वश में रखने का उपाय भी जानती थी| जबकि यहाँ स्त्री-पुरुष दोनों को वश में रखने का मंत्र तथा टोने-टोटके प्रचलित हैं|
दक्षिण काली की आराधना के लिए प्रसिद्ध मंत्र है –ओम क्रीं क्री दक्षिण कालियै नमः जो स्त्री-पुरुष नियमित रूप से इस मंत्र का जाप करते हैं तथा काली की आराधना करते हैं उनके लिए कुछ भी असंभव नहीं है| परंतु यहाँ स्त्रियॉं को वश में करने के लिए भी कुछ शाबर मंत्र प्रचिलित हैं| इनका प्रारम्भ बंगाल से ही हुआ, परंतु देश के अलग-अलग प्रान्तों में पहुँचते ही इसका स्वरूप बदल गया|
वह मंत्र है –
काली घाटे देवी काली/पतित-पावनी देवी काली/जावा फूले स्थूरी जले।
सयी जवा फूल में सीया बेड़ाय/देवीर अनूरबल। ओहि होत करिवजा होयबे ।
काली धर्मेर/ बले कहार आज्ञे राठे। कालिका चण्डीर आशे|
यह एक चमत्कारी शाबर मंत्र है| मनोकामना मन में रखकर तीन बार इस मंत्र का जाप करें तथा फूँक मारे| इससे हर अभीष्ट की सिद्धि होती है| इस मंत्र की सहायता धन लाभ, से लेकर वशीकरण तक किया जा सकता है|
बंगाली टोटके
- दीपावली, होली या ग्रहण के मौके पर पीपल के पाँच या सात पत्ते तोड़कर लाएँ| लक्ष्मी पूजन के बाद उन पत्तों पर प्रसाद रखकर पीपल के वृक्ष को अर्पित कर दें| इससे घर में लक्ष्मी का स्थायी वास होता है|
- यदि किसी को नज़र लग गई हो तो एक रोटी बनाए जो एक तरफ से कच्ची दूसरी तरफ से पक्की हो| अब उस पर घी चुपड़ दें तथा ऊपर से थोड़ा सा नमक और तीन सूखी मिर्च रख दें| अब उसे पीड़ित के ऊपर से सात बार उसार कर बहते हुए पानी में फेंक दें अथवा सुनसान क्षेत्र में जाकर रख दें|
- शादी के तुरंत बाद मियां-बीबी में झगड़ा होने लगे तो हरी मेंहदी में काली उड़द मिलाकर जिस दिशा में उनका घर हो उस दिशा में फेंक दें|
- दशहरे के अवसर पर जहां देवी प्रतिमा बैठती हो| वहाँ पूजा करने हेतु जाएँ| पूजन सामग्री के साथ अपनी मनोकामना भी एक कागज पर लिख दें| पूजन सामग्री अर्पित करते समय निरंतर अपनी कामना बोलते रहें| लौटते समय पंडित से अनुरोध करें कि वह उस कागज में आपको सिंदूर दे दे| वह सिंदूर सवा महीने तक लगाएँ| इससे पति का वशीकरण होता है| स्वाभाविक रूप से यह विधि सिर्फ स्त्रियॉं के लिए है|
१- आपके व्यापार में धन वृद्धि हो कार्य में सफलता हो घर में धन की वर्षा हो इसके लिए किसी मध्य रात्रि को उठ कर मिट्टी से 108 छोटी-छोटी गोलिया बना लें और अपने घर के पास कहीं जहां कुआं हो, उस कुए पर अपना दाएं पैर लटकाकर बैठ जाए और मंत्र जपते हुए एक एक गोली उस कुएं में डालते रहें या टोटका आपको 11 दिन करना होगा आपको धन प्राप्ति होगी घर में सुख समृद्धि की बढ़ोतरी होगी सभी कार्य संपन्न होंगे सुख शांति व्यापार में सफलता होने लगेगी।
मंत्र –
ॐ नमः कर घोरः रुपिणि स्वहः
२- आपके घर की आर्थिक स्थिति कमजोर है उसको सुधारने के लिए एक लोहे के पात्र में जल लेकर उसमें चीनी और दूध मिलाकर रोज रात्री में पीपल के पेड़ की जड़ में जल अर्पित करें साथ में लक्ष्मी जी की का ध्यान करते रहें यह क्रिया आपको निरंतर 21 दिन करनी है ,आपकी आर्थिक स्थिति सुधर जाएगी घर में धन वर्षा होने लगेगी।
३- धन प्राप्ति के लिए दीपावली के दिन प्रातः काल उठकर बिना स्नान किए जूठे मुंह एक नारियल लेकर किसी नदी या तालाब के पास जाकर उस नारियल को किसी पत्थर से बांधकर नदी में डूबा दे और प्रार्थना करें कि मैं शाम को लक्ष्मी जी के साथ आपको लेने आऊंगा और शाम को जा कर उस नारियल को निकाल ले उसे घर लाकर विधि पूर्वक पूजा करके जहां धन रखते हो वहां स्थापित कर दे आपको अचानक धन की प्राप्ति होगी एवं सभी समस्याएं समाप्त हो जाएंगी ।
४- घर में धन वृद्धि के लिए धन प्राप्ति के लिए लक्ष्मी जी के यंत्र के साथ 108 बार मंत्रों का जाप रोज विधिपूर्वक करना चाहिए या आपको तीन माह करना होगा आपको धन प्राप्ति होगी
मंत्र-
श्रीं ह्रीं क्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यः नम:
५- दिवाली के दिन आप को मध्य रात्रि में यह साधना प्रारंभ करनी है और 22 दिन नित्य आप को माला जप कर महालक्ष्मी को प्रसन्न करना है यदि दिवाली का समय ना हो तो यह साधना आप को किसी शनिवार या रविवार को प्रारंभ करनी होगा इस साधना को करते हुए आप को लाल वस्त्र धारण करने होंगे सुबह प्रात काल स्नान कर स्वच्छ हो वस्त्र धारण कर मां लक्ष्मी की स्तुति करनी होगी और 21 माला निरंतर मंत्रों का जप करना होगा जिस कारण लक्ष्मी प्रसन्न हो जाएगी और आपको धन ऐश्वर्य विद्या प्रदान करेगी आपकी धन से संबंधित समस्याएं समाप्त हो जायेगी एवं आपके सभी कार्य पूर्ण हो जाएंगे।
मंत्र-
१-ॐ नमोहः पदमावतिहः एद्मालये लक्ष्मीदायिनी वांछाभूहः प्रेतः बिन्ध्यवासिनी सर्व शत्रु संहारिणी दुर्जन मोहिनी ऋद्धि-सिद्ध वृद्धि कुरू कुरू स्वाहः
२-ॐ क्लीं श्रीं पद्मावत्यै नम:
टोटके-
१- घर में सुख शांति के लिए जब भी आप आटा पिसाये शनिवार को ही पिसाये है एवं उसमें 100 ग्राम काले चने डाल दे ।
२- किसी भी काले जादू से बचने के लिए शनिवार को खाने में काला चना अवश्य ले आपको अवश्य लाभ होगा।
३- धन प्राप्ति के लिए और धन संचय के लिए आपको प्रत्येक शनिवार कड़वे तेल को रोटी में लगाकर किसी काले कुत्ते को खिलाने से लाभ होता है ।
४- धन की कमी को रोकने के लिए शाम के समय पढ़ना ,सोना ,भोजन नहीं करना चाहिए एवं सोने से पूर्व पैरों को ठंडे पैर पानी से धोना चाहिए धन का धन की कमी समाप्त हो जाती है ।
५-आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए रात्रि में चावल दही एवं सित्तु का सेवन नहीं करना चाहिए इनके सेवन से व्यक्ति को आर्थिक संकट घेरते हैं
६- घर में शांति बनाए रखने के लिए जब भी भोजन करें सदैव पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करके ही करें जहां तक हो सके रसोईघर में बैठकर ही करें इससे घर में भोजन की कमी नहीं होती ग्रह शांति होती है ।
७- सुबह उठकर बिना कुल्ला किए जाए या पानी नहीं पीना चाहिए ना ही गो ब्राह्मण अग्नि का स्पर्श करना चाहिए जिससे धन की हानि होती है ।
८- देवी देवताओं पर चढे फूल को घर में रखकर अलमारी में रखना चाहिए धन की कमी नहीं रहती
९- घर में पवित्र नदियों का जल ईशान कोण में रखना चाहिए इससे धन का लाभ होता है।
१०- रविवार के दिन पुष्प नक्षत्र में घर में गूलर की जड़ स्थापित करें और धूप-दीप करके रख ले एवं स्वर्ण ताबीज में लेकर गले में धारण कर लें आपके घर में सुख शांति धन ऐश्वर्य विद्या प्राप्त होगी ।
११- किसी कार्य को सिद्ध करने के लिए जब भी जाए हाथ में रोटी ले ले और हमे कव्वे और गाय को खिलाएं इससे आपके कार्यों में सफलता प्राप्त होगी हर कार्य सिद्ध होगा ।
१२-यदि किसी कार्य को करने जा रहे हैं तो नींबू एक नींबू ले लें उस पर चार लौंग गाड़ दें और हनुमान जी का मंत्र जपते हुए कार्य के पूर्ण होने की बात करें प्रार्थना करें कार्य सिद्ध होगा ।
१- उल्लू का प्रयोग लोगों की मति भ्रम करने में किया जाता है जनता इसके लिए उल्लू की बलि देने के बाद उसके में सूखे माँस जिस व्यक्ति को भी खिला दिया जाता है वह भ्रमित हो जाता है और उसकी सोचने समझने की छमता समाप्त हो जाती है
२- उल्लू की रीड की हड्डी को केसर कस्तूरी कुमकुम के साथ भेजकर मिलाकर तिलक लगाने से व्यक्ति के अंदर सम्मोहन शक्ति उत्पन्न हो जाती है और वह किसी भी व्यक्ति को अपने वश में कर सकता है
३- कौआ और उल्लू की विष्ठा को एक साथ मिलाकर गुलाबजल में घुट कर उससे तिलक जो भी व्यक्ति करता है उसके अंदर सम्मोहन शक्ति उत्पन्न हो जाती है और वह व्यक्ति जिसके सम्मुख जाता है वह वह उसके वश में हो जाता है ।
४- यदि किसी के घर में गृह कलह करानी हो या उसके घर की शांति को भंग करना हो तो तो उल्लू के पंख को लेकर उसमें मंत्र लिखकर इस मंत्र को 100 बार जप कर आप जिस भी घर में फेंक देंगे उस घर में कलह प्रारंभ हो जाएगी और आपका शत्रु हमेशा परेशान रहेगा ।
मंत्र – ॐ उल्लिकानः विदेशयः फट स्वाहः
५- धन प्राप्ति के लिए दिवाली के दिन उल्लू की तस्वीर लाकर उसको लक्ष्मी जी के पास स्थापित कर दें और उसकी विधि विधान से पूजा करें और पूजा के पश्चात उल्लू की प्रतिमा को अपनी तिजोरी या जहां पर आप धन रखते हो वहां रख दे आप के धन में असीम बढ़ोतरी होगी एवं आप आर्थिक रुप से मजबूत होंगे ।
६- यदि आपको पति पत्नी के मध्य प्रेम को प्रगाढ़ करना है क्योंकि हर विवाहिता चाहती है कि उसका पति केवल उस पर ही अपना सर्वस्व निछावर कर दें इसके लिए आपको दिवाली के दिन पूजा के बाद उल्लू के नाखून को सिंदूर के साथ एक लाल कपड़े में लपेटकर अपने बाह में बांध ले या उसको अपने सिंगारदान में यह जहां आप अपने सिंगार की वस्तुएं रखते हो वहां रख दें आप पाएंगे कि आपके पति का आकर्षण आपके प्रति बढ़ा है और पारिवारिक मतभेद समाप्त हो जाएंगे रिश्ते में स्थिरता और मजबूती आएगी ।
७- यदि आपको आपका शत्रु परेशान कर रहा हो या आपको अपने शत्रु को परास्त करना हो तो उल्लू की विष्ठा को पान में रखकर अपने शत्रु को खिला देना चाहिए ऐसा करने से आपका शत्रु परास्त हो जाएगा और आपके समर्पण आत्मसमर्पण कर लेगा ।
तंत्र प्रयोग –
१-यदि आपके घर में किसी भी प्रकार की बाधा है यह घर में कोई भूत प्रेत से पीड़ित हो तो उसको दूर करने के लिए आपको दीपावली के दिन जिस मूर्ति में लक्ष्मी जी उल्लू पर बैठी हो उस मूर्ति को लाकर पूजा स्थल पर स्थापित करना चाहिए और रात्रि में पूजा के समय लक्ष्मी जी की प्रतिमा के समक्ष लाल चंदन की माला से 1000 मंत्रों को जपना चाहिए इन मंत्रों का जप करने से आपके घर की समस्त बाधाएं समाप्त हो जाएंगी एवं घर में सुख सुविधा ऐश्वर्य विद्या वास होगा
मंत्र –
ॐ नमोह् कालरात्रियः सर्वभूतः बाधाये किया कराय नजर ढीठ पलायनः कुरु कुरु हूं फट स्वाहः
२- यदि आपका बुरा समय चल रहा है और इस दुर्भाग्य के कारण आपका कोई कार्य नहीं हो पा रहा है जिस कारण आप हताश-निराश और जीवन से दुखी हो गए हैं इसके लिए आपको सर्वप्रथम किसी नदी में स्नान कर स्वच्छ होकर उसी नदी के किनारे रक ऊन के आसन पर बैठ जाएं और अपने सामने उल्लू पर बैठी लक्ष्मी जी की प्रतिमा स्थापित करें और कमलगट्टे की माला से महालक्ष्मी के मंत्रों बाराह सौ बार जप करे धीरे-धीरे आप देखेंगे कि आपका दुर्भाग्य सौभाग्य में बदल गया है आपको धन की प्राप्ति ऐश्वर्य की प्राप्ति होगी आप के समस्त कार्य सिद्ध होंगे
मंत्र –
ॐ नमोहः उल्लुकवाहिनी विष्णु प्रियः भगवती लक्ष्मी दए ममः दुर्भाग्यनाशायः नाशायः सौभाग्यः वृद्धि कुरु कुरु स्वाहः
लड़की पटाने का बीज मंत्र
लड़की को पटाने के लिए उसका अपने प्रति आकर्षण बढ़ाने का एक बहुत कारगर परिणाम देने वाला बीजमंत्र इस प्रकार हैः- ऊँ क्लींे नमः!!
इस मंत्र का प्रयोग लड़की को वशीभूत करने और उसका सम्मोहन प्राप्त करने के लिए उपयोगी है, तो यह मंत्र आकर्षण शक्ति को तीब्र बना सकता है। मंत्रः ऊँ क्लीं कृष्णाय गोपीलन वल्लभाय स्वाहाः!
लड़की पटाने का काला जादू से उपाय
किसी लड़की के दिल में अपने प्रति प्रेम की अगन लगाने और उसे अपना बनाने के लिए काला जादू के कुछ उपाय बहुत ही कारगर हो सकते हैं। ये उपाय तंत्र-मंत्र और टोना-टोटके से संबंधित हैं। तंत्र मंत्र की समूह वाले काला जादू से इच्छित परिणाम पाए जा सकते हैं, तो इसके प्रयोग से किसी लड़की को आसानी से अपने वश में किया जा सकता है। इसके लिए जाप किया जाने वाला तांत्रिक मंत्र इस प्रकार हैः-
ऐं पिन्स्थां क्लीं काम-पिशाचिनी शिघ्रं अमुक ग्राह्य ग्राह्य
कामेन मम रुपेण वश्वैः विदारय विदारय, द्रावय, द्रावय,
प्रेम पाशे बंधय बंधय,
ऊँ श्रीं फट्!!
इस मंत्र को तांत्रिक द्वारा बताए गए निर्देशानुसार शुभ मुहूर्त में 21000 बार जाप कर सिद्ध किया जाता है। मंत्र सिद्धि के बाद अमुक शब्द के स्थान पर प्रेमिका का नाम लेते हुए मंत्र का प्रयोग किया जाता है। इससे कुछ समय मंे ही लड़की का आकर्षण या कहें सम्मोहन बढ़ जाता है।
वशीकरण के मंत्र
प्रेमिका के वशीकरण के लिए कामदेव का मंत्र बहुत ही अचूक प्रभाव देता है। वह मंत्र हैः
ऊँ नमः काम-देवाय।
सहकल सहद्रश सहमसह लिए वन्हें धुनन जनममदर्शनं उत्कण्ठितं कुरु कुरु,
दक्ष दक्षु-धर कुसुम-वाणेन हन हन स्वाहा!
इस मंत्र को तीनों काल में एक-एक माला अर्थात 108 बार जाप करने से सकारात्मक परिणाम मिलते हैं। इसे सिद्ध करने के लिए कामदेव की विधिवत पूजा-आराधना करते हुए एक माह तक जाप किया जाता है। मंत्र की सिद्धि हो जाने के बाद जिस किसी को देखकर इसका जाप किया जाए वह वश में आ जाता है। यह प्रयोग रूठी प्रेमिका को मनाने या प्रेमिका को सादा के लिए अपना बनाने के क्रम में अच्छा परिणाम दे सकता है।
प्रेमिका को वशीभूत करने का एक अन्य प्रेमी-प्रेमिका वशीकरण मंत्र इस प्रकार हैः-
कामाख्या देश कामाख्या देवी,
जहां बसे इस्माइल जोगी,
इस्माइल जोगी ने लगाई फुलवारी,
फूल तोड़े लाना चमारी,
जे इस फूल को सूंघे बास,
तिस का मन रहे हमारे पास,
महल छोड़े, घर छोड़े, आंगन छोड़े,
लेक कुटुम्बह की लाज छोड़े,
दुआई लोना चमारी की,
घनवंतोरि की दुहाई फिरै।
इस मंत्र का जाप शनिवार की प्रातःकाल में शुरू करते हुए कुल 31 दिनों तक नित्य 1144 जाप किया जाए तो प्रेमिका को पटाने या कहें पाने का लाभ मिलता है। लोबान, दीप ओर शराब के साथ किए गए विधिवत अनुष्ठान के बाद किसी फूल को मंत्र द्वारा 50 बार अभिमंत्रित कर प्रेमिका को दे दी जाए तो वह उसे सूंघने के साथ ही वश में आ जाएगी। ध्यान रहे इस मंत्र की सिद्धि किसी योग्य तांत्रिक के सानिध्य में करना चाहिए।
लड़की पटाने का वशीकरण मंत्र
नीचे दिए गए वशीकरण मंत्र की सिद्धि के बाद किसी भी वस्तु को अभिमंत्रित किया जा सकता है। यदि वह वस्तु उपहार स्वरूप प्रेमिका को भेंट की जाए तो वह असानी से पट जाएगी। इस सिद्धि के लिए शुभ दिन या शुभ लग्न में सूर्योदय के ठीक बाद उत्तर दिशा की ओर मुंह कर मंूगे की माल से मंत्र का जाप शुरू करते हुए 31 दिनों तक तीन माला का जाप करें। इसके बाद सिद्ध मंत्र से उपहार की वस्तु को मंत्र के 21 बार जाप से अभिमंत्रित कर लें। मंत्र में दिए गए अमुक शब्द के स्थान पर प्रेमिका का नाम उच्चारित करें।
मंत्रः ऊँ नमो भस्कराय त्रिलोकात्मने अमुक महीपति में वश्यं कुरु कुरु स्वाहा!
लड़की पटाने का टोना-टोटका
प्रेमिका को पटाने के कुछ टोटेके भी अपनाए जा सकते हैं, जो सामान्य तिलक से लेकर विभिन्न वस्तुओं के उपायोग और अल्प समय में किया जाने वाला अनुष्ठान से संबंधित हो सकते हैं। वे इस प्रकार हैंः-
- पीपल के दो पीले वैसे पत्ते तोड़ जाएं, जो जमीन पर गिरने ही वाले हों। उनमें से एक पर जिसे प्रेम करते हैं या जिस लड़की को पटाना चाहते हैं, उसका नाम काजल से लिख दें। उसे उल्टा कर उसी पीपल के पेड़ के नीचे किसी पत्थर से दबा दें। दूसरे पत्ते पर लाल सिंदूर से उसका नाम लिखें और अपने छत पर उल्टा कर रखकर किसी पत्थर से दबा दें। ये दोनों टोटके के कार्य अमावस्या से लेकर आने वाली पूर्णिम तक करना जरूरी है। इस तरह से कुल 16 दिनों तक अपनी प्रेमिका को पटाने की मन्नत मांगते हुए प्रातःकाल पीपल के पेड़ में पानी डालें। इसका परिणाम कुछ दिनों बाद तब दिखेगा जब प्रेमिका खुद आपसे संपर्क करगी या फिर उसकी तरफ से मिलने की सूचना मिलेगी।
- जिस किसी लड़की को अपना बनाना चाहते हैं उसकी कोई तस्वीर उपलब्ध करें। उसे दीवार पर उस ऊंचाई तक लगाएं ताकि अपके पद्मासन पर बठने की स्थिति में तस्वीर ठीक आपकी नजर के सामने रहे और उसकी नजर आपकी नजर से मिलती रहे। उस स्थिति में पांच मिनट तक प्राणायाम करें और तस्वीर से अपने मन की बात कहें। इस प्रयोग को प्रतिदिन सूर्योदय से पहले करें। करीब हफ्ते भर में ही इसका एहसास हो जाएगा कि वह लड़की आपके प्रभाव में आ चुकी है। ध्यान रहे इस प्रयोग के दौरान एकाग्रता भंग नहीं होने पाए।
- यदि आप प्रेमिका को हासिल करना चाहते हैं तो कोशिश करें कि उसकी किसी न किसी रूप में पूर्णिमा और शुक्रवार के दिन अवश्य मुलाकात हो जाए। प्रेमियों के लिए यह दिन शुभ माना गया है तथा इस दिन परस्पर प्रेम और आकर्षण की संभावना प्रबल रहती है। इस दिन अगर प्रिय से दिल की बात कह दी जाए तो प्रेमिका निश्चित तौर पर हामी भर सकती है।
- प्रेमिका को पाने के लिए सच्चे मन से किसी धार्मिक स्थान के देवी-देवता या भगवान के सामने लाल गुलाब और चमेली की इत्र अर्पित करने का परिणाम भी शीघ्र मिलता है। इन दोनों की खुशबू प्रेमिका को आपतक खींच लाने की वाहक बनेगी और फिर लड़की को पटाना सहज-सरल बन जाएगा।
हनुमान शाबर मंत्र अत्यधिक शक्तिशाली व बहुत जल्द ही परिणाम दायक होता है
हनुमान शाबर मंत्र अत्यधिक शक्तिशाली व बहुत जल्द ही परिणाम दायक होता है
जिस व्यक्ति का चित्त निर्मल, कर्म शुद्ध
होते उनको इसे सिद्ध करने की जरूरत नहीं होती। इसके बोलते ही संबंधित देवी
या देवता जाग्रत हो जाते हैं।
मंत्रों की महत्ता के बारे में तो आप जानते ही हैं। हर बिगड़े काम
को बनाने के लिए मंत्र मौजूद हैं। आज हम आपको 'हनुमान शाबर मंत्र' के बारे
में बताएंगे। जानिए, हनुमान शाबर मंत्र क्या हैं? उसकी महत्ता क्या है और
उनका उच्चारण कैसे किया जाता है? किसी को भी वश में कर सकता है ये 'हनुमान
शाबर मंत्र'।शाबर मंत्र अत्यधिक शक्तिशाली होते है और बहुत जल्द ही परिणाम लाते हैं। ऐसा माना जाता है की शाबर मंत्र गुरु गोरखनाथ जी और नवनाथ चौरासी सिद्धों ने लिखे थे। यह मंत्र आमतौर पर ग्रामीण भारतीय भाषाओं में हैं. हालांकि ये मंत्र हिंदू धर्म में ही नहीं बल्कि इस्लाम में और अन्य धर्मों में भी हैं। लेकिन ये बात भी सच है कि इन मंत्रों को सबसे पहले गुरु गोरखनाथ जी ने लिखा था। हनुमान शाबर मंत्र एक तरह का वशीकरण मंत्र होता है।शाबर मंत्रों से किसी भी व्यक्ति को उन्हें उपयोग में लेने से पहले सिद्धि हासिल करने के जरुरत नहीं होती है क्योंकि वे पहले से ही सिद्ध मंत्र हैं।
सभी शाबर वशीकरण मंत्र अपने सपनों को पूरा करने के लिए या किसी उद्देश्य को पूर्ण करने के लिए सीधे किसी पर नियंत्रण रखने के उपयोग में लाये जाते हैं। शाबर वशीकरण मंत्र विशेषज्ञ अपनी इच्छा के अनुसार आप के लिए शाबर मंत्र प्रदान कर सकता है। हनुमान मंत्र और शाबर मंत्र, दोनों का ही प्रयोग वशीकरण के लिए किया जाता हैं। हनुमान मंत्र और शाबर मंत्र दोनों ही बहुत शक्तिशाली है। दोनों मंत्रों में केवल एक ही अंतर है, कि हनुमान मंत्र साधने के लिए सिद्धि करना जरुरी है पर शाबर वशीकरण मंत्र के लिए सिद्धि करना जरुरी नहीं हैं।
हुनमानजी , भगवान शिव का अवतार हैं। भगवान हनुमान के रूप में तेजी है जैसी तेजी हमारे मन में होती है क्यूंकि उनकी गति वायु देव की तरह हैं। भगवान हनुमान का अपनी इन्द्रियों पर पूरा नियंत्रण है जैसे वायु देव का। भगवान हनुमान बंदरों की सेना के महानायक हैं। वे भगवान राम के दूत के रूप में विख्यात हैं। वे अतुलनीय शक्ति का भंडार है। वे राक्षसों की ताकतों का नाश करते है और सभी खतरों से मुक्त करवाते हैं। शाबर हनुमान मंत्र दुश्मनों के द्वारा फैलाई गयी नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने की क्षमता रखता है।
हनुमान शाबर मंत्र का जाप करने के लिए काला कपड़ा पहनकर शुक्रवार से शुरुआत करें। इस मंत्र की माला लें और उस माला का 5 बार जाप करें लगातार 5 दिन तक। साधना के अंत में भगवान हनुमान की पूजा और माला के लिए एक गढ्ढा खोदें और जमीन में ये माला डाल दें.
हनुमान शाबर मन्त्र
हनुमान जाग.---- किलकारी मार.---- तू हुंकारे.---- राम काज सँवारे.---- ओढ़ सिंदूर सीता मैया का.---- तू प्रहरी राम द्वारे.---- मैं बुलाऊँ , तु अब आ.---- राम गीत तु गाता आ.---- नहीं आये तो हनुमाना.---- श्री राम जी ओर सीता मैया कि दुहाई.---- शब्द साँचा.---- पिंड कांचा.---- फुरो मन्त्र ईश्वरोवाचा.----
शाबर मंत्र :-
ॐ नमो बजर का कोठा,
जिस पर पिंड हमारा पेठा।
ईश्वर कुंजी ब्रह्म का ताला,
हमारे आठो आमो का जती
हनुमंत रखवाला।
।। जय हनुमान ।।
वशीकरण प्रयोग अत्याधिक महत्वपूर्ण है, इसे तंत्र के द्वारा और मंत्र के द्वारा भी सम्पन्न किया जाता है, यो तो तंत्र मंत्र के
ग्रन्थो मे वशीकरण से सम्बन्धित सैकडो प्रयोग है, लेकिन नाथ सांप्रदाय के पास जो वशीकरण प्रयोग है वे बन्दूक की गोली से भी तीव्र प्रभाव करने वाले और अचुक होते है , प्रयोग करते ही उसका परिणाम प्रप्त हो जाता है.
शुक्रवार की रात 9 बजे हनुमान मंदिर जाकर हनुमान जी के चरणो मे सुखा हुआ सिंदूर चढाये और एक नारियल रख कर अपने दिल की भावनाये हनुमान जी को बताये.दूसरे दिन शनिवार रात ठिक उसी हनुमान मंदिर जाकर जहा आपने सिंदूर चढाया था वही का कोई भी सिंदूर उठाकर अपने घर ले आये.इस क्रिया मे किसी भी व्यक्ति का रोक-टोक नही होना चाहिये अब घर आने के बाद लाल कपडे पर हनुमान जी का चित्र स्थापित करे और हनुमान चालिसा का एक पाठ करे ताकी हनुमत कृपा प्राप्त हो
हनुमान मोहिनी मंत्र:-
ll ओम नमो महावीर,हनुमन्त वीर l धाय-धाय चलो,अपनी मोहिनी चलाओ,अमुक के नैन बाँध,मन बाँध,काया बाँध,घर बाँध,द्वार बाँध मेरे लिये,ना बाँधे तो मेरी आण-मेरे गुरू की आण,छु वाचापुरी ll
मंत्र से कार्य तो होता है परंतु जिनके जीवन मे कोई गुरू ना हो तो उनके लिये मंत्र का कोई असर नही होगा
इष्ट सिद्धि हेतु इष्टदेवता के ‘कुल्लुकादि मंत्रों’ का जप अत्यन्त आवश्यक हैं ।
अज्ञात्वा कुल्लुकामेतां जपते योऽधमः प्रिये ।
पञ्चत्वमाशु लभते सिद्धिहानिश्च जायते ।।
दश महाविद्याओं के कुल्लिकादि अलग-अलग हैं । काली के कुल्लुकादि इस प्रकार हैं -
कुल्लुका मंत्र -
क्रीं, हूं, स्त्रीं, ह्रीं, फट् यह पञ्चाक्षरी मंत्र हैं । मूलमंत्र से षडङ्ग-न्यास करके शिर में १२ बार कुल्लुका मंत्र का जप करें ।
सेतुः-
“ॐ” इस मंत्र को १२ बार हृदय में जपें । ब्राह्मण एवं क्षत्रियों का सेतु मंत्र “ॐ” हैं । वैश्यों के लिये “फट्” तथा शूद्रों के लिये “ह्रीं” सेतु मंत्र हैं । इसका १२ बार हृदय में जप करें ।
महासेतुः-
“क्रीं” इस महासेतु मंत्र को कण्ठ-स्थान में १२ बार जप करें ।
निर्वाण जपः-
मणिपूर-चक्र (नाभि) में - ॐ अं पश्चात् मूलमंत्र के बाद ऐं अं आं इं ईं ऋं ॠं लृं ॡं एं ऐं ओं औं अं अः कं खं गं घं ङ चं छं जं झं ञं टं ठं डं ढं णं तं थं दं धं नं पं फं बं भं मं यं रं लं वं शं षं सं हं ळं क्षं ॐ का जप करें । पश्चात् “क्लीं” बीज को स्वाधिष्ठान चक्र में १२ बार जप करें । इसके बाद “ॐ ऐं ह्रीं शऽरीं क्रीं रां रीं रुं रैं रौं रं रः रमल वरयूं राकिनी मां रक्ष रक्ष मम सर्वधातून् रक्ष रक्ष सर्वसत्व वशंकरि देवि ! आगच्छागच्छ इमां पूजां गृह्ण गृह्ण ऐं घोरे देवि ! ह्रीं सः परम घोरे घोर स्वरुपे एहि एहि नमश्चामुण्डे डरलकसहै श्री दक्षिण-कालिके देवि वरदे विद्ये ! इस मन्त्र का शिर में द्वादश बार जप करें । इसके बाद ‘महाकुण्डलिनी’ का ध्यान कर इष्टमंत्र का जप करना चाहिए । मंत्र सिद्धि के लिये मंत्र के दश संस्कार भी आवश्यक हैं ।
जननं जीवनं पश्चात् ताडनं बोधनं तथा ।
अथाभिषेको विमलीकरणाप्यायनं पुनः ।
तर्पणं दीपनं गुप्तिर्दशैताः मंत्र संस्क्रियाः ।।